Essay on Elephant | हाथी पर निबंध
हाथी पर निबंध-Essay on Elephant
हम यहाँ विद्यार्थियों की मदद करने के उद्देश्य से विभिन्न शब्द सीमाओं में हाथी पर निम्बंध (Essay on Elephant) लिख रहे हैं। आजकल विद्यार्थियों के लेखन क्षमता और सामान्य ज्ञान को परखने के लिए शिक्षकों द्वारा उन्हें निबंध और पैराग्राफ लेखन जैसे कार्य सर्वाधिक रूप से दिए जाते हैं।इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखते हुए हमने हाथी पर निबंध तैयार किए हैं।
प्रस्तावना- Introduction
हाथी पृथ्वी पर मौजूद सबसे विशाल जानवरों में से एक है। धरती पर पाए जाने वाले सबसे ताक़तवर और विशालकाय पशुओं में से एक है। कई लोगों को यह देखने में काफी डरावना लगता है। बच्चों द्वार इसे काफी पसंद किया जाता है।
राजा-महाराजाओं की सवारी होने के कारण इसे शाही पशु भी कहा जाता है।यह ऊंचाई में 10 फिट से ज्यादा भी हो सकता है। इसकी चमड़ी काफी मोती और कठोर होती है और इसका रंग गहरे स्लेटी (Gray) रंग का होता है।
कई जगहों पर सफ़ेद रंग का हाथी भी पाया जाट है, लेकिन सफ़ेद रंग का हाथी काफी दुर्लभ होता है इसकी लम्बी और लचकदार सूंड भोजन करने, साँस लेने और भारी सामन को उठाने में मदद करती है। इसके चार पैर बहुत ही मजबूत होते हैं और स्तंभ की तरह दिखाते हैं। हाथी भारत के असम, मैसूर, त्रिपुरा आदि क्षेत्रों में पाया जाता है, इसके अलावा यह सिलोन, अफ्रीका और बर्मा के जंगलों में पाए जाते हैं। हाथी जंगलों में सौ हाथियों के झुंड में रहते हैं।
हाथी का स्वभाव:
वैसे तो हाथी बहुत ही शांत स्वभाव का जीव होता है, हालाँकि चिढाने और परेशान करने पर यह गुस्सैल और खतरनाक हो जाता है। गुस्सा आने पर यह लोगों की जान तक ले सकता है। हाथी अपनी बुद्धिमानी और वफादारी के लिए जाना जाता है, क्योंकि यह प्रशिक्षण के बाद अपनी देखरेख करने वालों के सभी संकेतों को भी समझता है। यह अपने मालिक की आज्ञा का पालन अपनी मृत्यु तक करता है।
हाथी के उपयोग:
यह पुरे जीवन के साथ-साथ मृत्यु के पश्चात् भी मानवता के लिए काफी उपयोगी जीव है। इसके शरीर के बहुत से भाग पुरे दुनियां में कीमती चीज़ों को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। हाथी की हड्डियाँ और इसके दांतों का इस्तमाल ब्रश, चाकू के हैंडल बनाने, कंघी, चूड़ियाँ और फैंसी चीज़ों सहित अन्य बहुत से कामों में इस्तेमाल किया जाता है। यह 100 से 120 वर्ष तक जीवित रहते हैं। हाथी को एक घरेलू जीव के रूप में पलना काफी महँगा काम है, यही करण है कि साधारण व्यक्ति हाथी नही पाल सकता है।
हाथी के प्रकार:
हाथी दो प्रकार की होती हैं, अफ़्रीकी हाथी और एशियाई हाथी। अफ़्रीकी हाथी (नर और मादा दोनों) एशियाई हाथियों की तुलना में काफी बड़े होते हैं। अफ़्रीकी हाथी झुर्रीदार स्लेटी तत्व के साथ दो लम्बे दांत और और सूंड के अंत में दो छिद्र रखते हैं। भारतीय एशियन हाथी निकली हुई पीठ के साथ सूंड के अंत में केवल छिद्र रखते हैं और अफ़्रीकी हाथी की तुलना में बहुत ही छोटी होते हैं।
हाथियों की आयु
हाथी जंगलों में रहते हैं और आमतौर पर छोटी टहनियों, पत्तियों, भूसा और जंगली फल खाते हैं। पालतू हाथी रोटी, केले, गन्ने आदि भी खाते हैं। यह शाकाहारी जंगली जीव है। आज-कल ये लोगों के द्वारा भरी सामान को उठाने, सर्कस में, वजन उठाने, आदि के लिए प्रयोग किये जाते हैं। हाथी की आयु काफी लम्बी होती है और यह सौ वर्ष से भी अधिक समय तक जीवित रहता है। हाथी हमारे लिए मृत्यु के बाद भी काफी उपयोगी होता है, क्योंकि इसकी हड्डियों और दांतों से कई सारी सजावटी वस्तुएं और दवाईयाँ भी बनाई जाती है।
निष्कर्ष-Conclusion
हाथियों का जीवन 100 साल से भी अधिक होता है। ये आमतौर पर जंगलों में रहते हैं, बावज़ूद इसके, इन्हें सर्कस और चिड़ियाघर में भी देखा जा सकता है। ये 11 फिट की ऊंचाई और 5800किलोग्राम वज़न तक बढ़ते हैं। अभी तक का सबसे बड़ा हाथी 13 फिट और 1088 किलोग्राम वज़न का मापा गया है। एक अकेला हाथी प्रतिदिन 180 किलोग्राम खाना और 113 लीटर पानी पी सकता है।
आख़िरी शब्द (Last word)
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